सबसे पहले भारत के सभी वासियों को आध्यात्मिक गहन टीम से जय श्री राम और 500 साल के बाद राम लला के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा दिवस की शुभ कामनाएं ||
राम मंदिर के मामलों का प्रबंधन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा किया जाता है. संस्था अपने एक्स हैंडल पर मंदिर से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी देती रही है. संस्था के कोषाध्यक्ष स्वामी गुरुदेव गिरिजी महाराज ने राम मंदिर निर्माण लगभग 1100 करोड़ रुपये का खर्च अब तक हो चुका है. कुल मिलाकर हमारा अनुमान है कि 1800 करोड़ रुपये पूरे मंदिर निर्माण पर खर्च होंगे|
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अनुसार, मंदिर का निर्माण पारंपरिक नागर शैली में किया गया है. इसकी लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है. ट्रस्ट ने एक्स पर कहा कि मंदिर तीन मंजिला है, जिसकी प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी. इसमें कुल 392 खंभे और 44 दरवाजे होंगे।
पांच मंडप या हॉल हैं, और उनके नाम नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप हैं. मंदिर में प्रवेश पूर्व से है, और भक्तों को सिंह द्वार से होकर 32 सीढ़ियां चढ़नी होंगी|
परिसर के चारों कोनों पर, चार मंदिर- सूर्य देवता, देवी भगवती, भगवान गणेश और भगवान शिव को समर्पित हैं. मां अन्नपूर्णा का मंदिर उत्तरी ओर है, जबकि हनुमान मंदिर दक्षिण की ओर है|
अयोध्या राम मंदिर की नींव का निर्माण रोलर-कॉम्पैक्ट कंक्रीट (आरसीसी) की 14 मीटर मोटी परत से किया गया है, जो इसे कृत्रिम चट्टान का रूप देता है|
जमीन की नमी से सुरक्षा के लिए ग्रेनाइट का उपयोग करके 21 फुट ऊंचे चबूतरे का निर्माण किया गया है. मंदिर का निर्माण पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके किया जा रहा है, जिसमें पर्यावरण-जल संरक्षण पर विशेष जोर दिया जाएगा|
जय श्री राम || जय श्री हनुमान ||
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